Smart kheti: ग्रेजुएट अवधेश बना किसान, अच्छी खासी नौकरी छोड़ शुरू की केले की खेती, सालाना कमाई 15 लाख रुपए
Smart kheti: ग्रेजुएट अवधेश बना किसान, अच्छी खासी नौकरी छोड़ शुरू की केले की खेती, सालाना कमाई 15 लाख रुपए
बिहार के रहने वाले अवधेश कुमार ने अपनी मेहनत और समझदारी से खेती में वह मुकाम हासिल किया है, जिसे पाने के लिए आज के युवा नौकरी छोड़कर किसानी की ओर रुख कर रहे हैं। अंग्रेजी में ग्रेजुएशन करने वाले अवधेश कुमार ने पारंपरिक नौकरी की बजाय खेती को चुना और अब सालाना 15 लाख रुपये से अधिक की कमाई कर रहे हैं। आइए जानते हैं कि उनकी सफलता के पीछे कौन-सी फसलें हैं और किस तरह उन्होंने खेती में अपनी पहचान बनाई।
मुख्य फसल- केला ‘मालभोग’
अवधेश कुमार की प्रमुख फसल ‘केला’ है। वह बिहार की विशेष प्रजाति ‘मालभोग’ के केला की खेती करते हैं, जिसे आमतौर पर ‘चिनिया केला’ भी कहा जाता है। मालभोग केले की बाजार में भारी मांग है, और इसकी उच्च गुणवत्ता के चलते इसकी कीमत भी अन्य फसलों की तुलना में अधिक मिलती है। यही कारण है कि अवधेश कुमार की सालाना कमाई का बड़ा हिस्सा इसी फसल से आता है।
अन्य फसलों से कमाई
केला के अलावा, अवधेश कुमार विभिन्न सब्जियों, फलों, और मसालों की भी खेती करते हैं। उनकी फसलें न केवल उनकी कमाई में इज़ाफ़ा करती हैं, बल्कि उन्हें हर मौसम में अधिक उत्पादन की सुविधा भी प्रदान करती हैं। सब्जियों में टमाटर, आलू, मिर्च, और भिंडी जैसी फसलें शामिल हैं, जबकि मसालों में वह हल्दी और अदरक की खेती भी करते हैं, जिनकी बाजार में उच्च मांग है।
खेती में 40 वर्षों का अनुभव
अवधेश कुमार के पास खेती का 40 वर्षों का अनुभव है, जो उन्हें अन्य किसानों से अलग बनाता है। इस लंबे अनुभव ने उन्हें खेती के हर पहलू को गहराई से समझा है। अब वह अपने अनुभव और ज्ञान का उपयोग करके अन्य किसानों को भी प्रशिक्षित कर रहे हैं।
खेती से किसान होंगे मालामाल
आज के दौर में किसान पॉलीहाउस और अन्य आधुनिक तकनीकों का उपयोग करके किसी भी मौसम में सब्जियां और फल उगा सकते हैं। सरकार भी किसानों को सब्सिडी और अन्य वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है, जिससे खेती का व्यवसाय और भी लाभदायक हो गया है। किसानों को यह देखना चाहिए कि बाजार में किन फसलों की मांग अधिक है और वे उच्च कीमतों पर बिक रही हैं ताकि उन्हें अधिक उत्पादन मिल सके